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Happy Birthday Kishore Da: एग्जाम में लिख आए थे चुटकुले और कविताएं, जानिए किशोर दा की 8 अनोखी-अनसुनी कहानियां

Kishore Kumar Birth Anniversary 2023: आज, 4 अगस्त को किशोर दा के जन्मदिन पर हम उन्हें एक महान गायक और कैमरे के सामने बेहतरीन कॉमिक टाइमिंग वाले अभिनेता के साथ-साथ उनके अनोखे व्यवहार के लिए याद करके उनका सम्मान करते हैं। एक बेहतरीन आवाज होने के अलावा, किशोर कुमार एक प्रतिभाशाली गीतकार, संगीतकार, निर्माता, निर्देशक, पटकथा लेखक और लेखक भी थे।

चाहे हम खुश हों, प्यार में हों, या लंबी यात्रा पर हों, खासकर मानसून के दौरान, हम अभी भी उनकी धुनें सुनना पसंद करते हैं। आज हम आपको किशोर दा के जीवन से कुछ हैरान कर देने वाले तथ्य के बारे में बताएंगे।

1. जब किशोर दा छोटे थे तो उनकी आवाज बेहद कठोर, लगभग कान फाड़ देने वाली थी। किशोर के परिवार वाले उनकी कर्कश आवाज का मजाक उड़ाते थे।

2. किशोर दा पांचवीं क्लास में अंक गणित की परीक्षा में एक भी सवाल का जवाब नहीं दे पाए थे। कागज पर प्रश्नों के उत्तर देने के बजाय, उन्होंने अपने शिक्षक के लिए कॉपी पर चुटकुले, छोटी कविताएं लिख आए थे।

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3. किशोर दा अक्सर कॉलेज की क्लास में अपनी बेंच को तबले के रूप में बजाया करते थे। जब उनके प्रोफेसर ने गुस्से में उन्हें इस तरह की हरकत करने से मना किया, तो उन्होंने कहा कि संगीत से ही मैं अपनी आजीविका कमाने का प्लान बनाया है।

4. ऐसा कहा जाता था कि जब किशोर कुमार कॉलेज में थे तब वह अपने लंबे काले ओवरकोट के दीवाने थे।

5. मध्य प्रदेश के खंडवा में उन्होंने अपने घर के बाहर अपनी नेमप्लेट के जगह पर "मानसिक अस्पताल" लिखा हुआ था। इसी तरह, उन्होंने मुंबई में अपने वार्डन रोड स्थित फ्लैट के दरवाजे पर 'किशोर से सावधान' लिखा एक साइनबोर्ड लगाया था।

6. जब एक फिल्म निर्माता उनको को पैसा नहीं दिया, तो उन्होंने कथित तौर पर तब-तक अपने बालों और मूंछों के काटना जारी रखा जब-तक उन्हें पूरी रकम नहीं मिल गई।



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7.
किशोर दा अपने हर गाने के लिए एडवांस में पैसा लिया करते थे फिर फिल्म में अपनी आवाज देते थे पर कम ही लोग जानते हैं कि साल 1964 में ऑस्कर विजेता फिल्म निर्माता सत्यजीत रे ने अपनी उत्कृष्ट कृति चारुलता में गाने के लिए उन्होंने कोई पैसा नहीं लिया था।

8. अमेरिकी गायक टेक्स मॉर्टन और जिम्मी रॉजर्स को किशोर दा की अनूठी योडेलिंग शैली ने प्रभावित किया था। इसकी वो तारीफ भी किए थे। योडेलिंग गायन की एक शैली है जिसमें आवाज तेजी से सामान्य और अतिरंजित स्वर के बीच बदलती रहती है। हमने उन्हें, ‘जिंदगी एक सफर’ और ‘चला जाता हूं किसी की धुन में’ जैसे गानों में ऐसा करते देखा है।





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